तूफान में कश्तियाँ और
घमंड में हस्तियाँ डूब जाती हैं..!
इंसान घर बदलता हैं,
रिश्ते बदलता हैं, दोस्त बदलता हैं,
फिर भी परेशान क्यों रहता हैं?
क्योंकि वो खुद को नहीं बदलता..
चीखकर हर ज़िद पूरी करवाता है,
इकलौता बेटा.
मगर बिटिया गुज़र कर लेती है,
टूटी पायल जोड़कर !
मुश्किल वक्त में कुछ लोग खुद टूट जाते हैं,
और कुछ लोग रिकॉर्ड तोड़ते हैं.
तारीफ खुद की करना फिजूल है,
खुशबू खुद ही बता देती है कौन सा फूल है.
मुझे छाव में रखा और खुद
जलता रहा धुप में,
मैंने देखा हैं एक फरिश्ता,
मेरे पिता के रूप में..
गलत को गलत और सही को सही
कहने की हिम्मत रखता हूँ,
तभी आज कल मैं रिश्ते कम रखता हूँ.
अकेले हो तो विचारों पर काबू रखो
और सबके साथ हो तो जुबान पर काबू रखो.
याद रहे बाप के आंसू
तुम्हारे सामने ना गिरे,
वरना रब तुम्हे जन्नत से गिरा देगा.
वक़्त के रहते वक़्त दिया करो,
वक़्त कटने के बाद वक़्त ना रहेगा.